Friday, 10 November 2017

One Liner Shayari-Part 4

31. जो चुप रहूँ तो दिल के दाग जलते हैं
    जो बोल दूँ तो बुझते चराग जलते हैं
32. आज क्यूँ तकलीफ होती है तुम्हें मेरी बेरुखी से
   तुमने ही तो सिखाया है कि दिल कैसे जलाते है
33. जितना जलाना है जला ले तू इस दिल को
   तुम्हे रोशनी मुबारक हो इस जहाँ के अँधेरे हम को
34. छोड़ दिया है हमने तेरे ख्यालों में जीना,
   जनाब अब हम तुम से नहीं दर्द से इश्क करते हैं
35. रोशनी बहुत दूर तक जायेगी मेरी
    शर्त ये है के सलीके से जलाओ मुझको
36. ए दिल मत कर ख्वाहिशे जो पूरी न हो सके
   ए ज़िन्दगी मत दे दर्द इतना की बंदा सह न सके
37. जहा तेरे किरदार में कमियां रही
   वहां मेरे इश्क की गुंजाइशें कहा रही
38. ख्वाब तो सब मीठे देखे थे ताज्जुब है
   आँखों का पानी खारा कैसे हो गया
39. जिन्दगी की हर तपिश को मुस्कुरा कर झेलिए
   धूप कितनी भी हो समंदर सूखा नही करते
40. जिन्दगी ने दर्द का साथ दिलाया हमेशा लेकिन
   मुस्कुराहट के साथ इस सफर को छोड़गें हम

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