Friday, 10 November 2017

One Liner Shayari- Part 2

11. मुहब्बत कभी खत्म नहीँ होती ये सिर्फ बढ़ती है
    या तो दर्द बनकर या फिर सकूँ होकर
12. किरदार मेरा हर दिल में घर बनाके रहता है
   मेरे किस्से किसी किताब में मिलेंगे नहीं तुम्हें.
13. बे-वजह खामोश नही हूँ
   कुछ तो बर्दाश्त किया होगा मैने
14. जिन्दगी ने दर्द का साथ दिलाया हमेशा लेकिन
   मुस्कुराहट के साथ इस सफर को छोड़गें हम
15. मैं खुद को तुझसे निकालूँगी एहतियात के साथ,
     तू बस निशान लगा दे जहां जहां हूं मैं
16. भर चुके जख्मों को, कुरेद कुरेद कर नोच रहा हूँ
   मैं आज तन्हा बैठा फिर तुमको ही सोच रहा हूँ
17. जिन्दगी की हर तपिश को मुस्कुरा कर झेलिए
   धूप कितनी भी हो समंदर सूखा नही करते
18. आख़िरी ख़्वाहिश जो पूछी वक़्त ने
   पहली ख़्वाहिश मुस्कुरा कर रह गई
19. मंज़र धुंधला हो सकता है,मंज़िल नहीं
    दौर बुरा हो सकता है,ज़िंदगी नहीं
20. कभी आकर तो देख मेरे इस दिल की वीरानियाँ,
    कितना हसीन घर था जो तेरे हाँथों उजड़ गया।

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